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अल्-मुतफ़्फ़िफ़ीन

ߝߐߘߊ ߟߊߢߌߣߌ߲ ߘߏ߫:
تحذير المكذبين الظالمين من يوم القيامة وبشارة المؤمنين به.
झुठलाने वाले अत्याचारियों को क़ियामत के दिन से सावधान करने और उसपर ईमान रखने वालों को ख़ुशख़बरी देना।

وَیْلٌ لِّلْمُطَفِّفِیْنَ ۟ۙ
नाप-तौल में कमी करने वालों के लिए विनाश और हानि है।
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الَّذِیْنَ اِذَا اكْتَالُوْا عَلَی النَّاسِ یَسْتَوْفُوْنَ ۟ؗۖ
वे ऐसे लोग हैं जो दूसरों से नापकर लेते समय अपना हक़ बिना किसी कमी के पूरा लेते हैं।
ߊߙߊߓߎߞߊ߲ߡߊ ߞߘߐߦߌߘߊ ߟߎ߬:
وَاِذَا كَالُوْهُمْ اَوْ وَّزَنُوْهُمْ یُخْسِرُوْنَ ۟ؕ
और जब वे लोगों को नापकर या तौलकर देते हैं, तो नाप और तौल में कमी करते हैं। जब नबी सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम मदीना की ओर हिजरत करके आए, तो वहाँ के लोगों की यही स्थिति थी।
ߊߙߊߓߎߞߊ߲ߡߊ ߞߘߐߦߌߘߊ ߟߎ߬:
اَلَا یَظُنُّ اُولٰٓىِٕكَ اَنَّهُمْ مَّبْعُوْثُوْنَ ۟ۙ
क्या इस बुराई को करने वाले ये लोग इस बात पर विश्वास (यक़ीन) नहीं रखते कि वे (मरने के बाद दोबारा) अल्लाह की ओर उठाए जाने वाले हैं?!
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ߟߝߊߙߌ ߟߎ߫ ߢߊ߬ߕߣߐ ߘߏ߫ ߞߐߜߍ ߣߌ߲߬ ߞߊ߲߬:
• التحذير من الغرور المانع من اتباع الحق.
• दुनिया के धोखे में पड़ने से सावधान किया गया है, जो सत्य का पालन करने की राह में रुकावट है।

• الجشع من الأخلاق الذميمة في التجار ولا يسلم منه إلا من يخاف الله.
• लालच व्यापारियों की निंदनीय नैतिकताओं में से एक है, और इससे केवल वही सुरक्षित रहता है, जो अल्लाह से डरता है।

• تذكر هول القيامة من أعظم الروادع عن المعصية.
• क़ियामत की भयावहता को याद करना, पाप के लिए सबसे बड़े अवरोधकों में से एक है।

لِیَوْمٍ عَظِیْمٍ ۟ۙ
हिसाब और बदले के लिए, एक ऐसे दिन में, जो उसमें पाए जाने वाले क्लेशों और भयावहताओं के कारण बहुत बड़ा और सख़्त होगा।
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یَّوْمَ یَقُوْمُ النَّاسُ لِرَبِّ الْعٰلَمِیْنَ ۟ؕ
जिस दिन लोग सभी प्राणियों के पालनहार के सामने हिसाब के लिए खड़े होंगे।
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كَلَّاۤ اِنَّ كِتٰبَ الْفُجَّارِ لَفِیْ سِجِّیْنٍ ۟ؕ
मामला ऐसा नहीं है, जैसा तुमने समझ रखा है कि मौत के बाद दोबारा जीवित नहीं होना है। निश्चय काफ़िरों और मुनाफ़िकों जैसे दुराचारियों का कर्म-पत्र निचली धरती के एक तंग स्थान में है।
ߊߙߊߓߎߞߊ߲ߡߊ ߞߘߐߦߌߘߊ ߟߎ߬:
وَمَاۤ اَدْرٰىكَ مَا سِجِّیْنٌ ۟ؕ
और (ऐ रसूल) आपको क्या मालूम कि 'सिज्जीन' क्या है?!
ߊߙߊߓߎߞߊ߲ߡߊ ߞߘߐߦߌߘߊ ߟߎ߬:
كِتٰبٌ مَّرْقُوْمٌ ۟ؕ
उनका कर्म-पत्र लिखा हुआ है, जो मिट नहीं सकता, और न उसमें कुछ बढ़ाया जा सकता है और न ही घटाया जा सकता है।
ߊߙߊߓߎߞߊ߲ߡߊ ߞߘߐߦߌߘߊ ߟߎ߬:
وَیْلٌ یَّوْمَىِٕذٍ لِّلْمُكَذِّبِیْنَ ۟ۙ
उस दिन झुठलाने वालों के लिए विनाश और नुकसान है।
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الَّذِیْنَ یُكَذِّبُوْنَ بِیَوْمِ الدِّیْنِ ۟ؕ
जो बदले के दिन को झुठलाते हैं, जिस दिन अल्लाह अपने बंदों को दुनिया में उनके किए हुए कामों का बदला देगा।
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وَمَا یُكَذِّبُ بِهٖۤ اِلَّا كُلُّ مُعْتَدٍ اَثِیْمٍ ۟ۙ
और उस दिन को केवल वही झुठलाता है, जो अल्लाह की सीमाओं का उल्लंघन करने वाला, बहुत बड़ा पापी है।
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اِذَا تُتْلٰی عَلَیْهِ اٰیٰتُنَا قَالَ اَسَاطِیْرُ الْاَوَّلِیْنَ ۟ؕ
जब उसके सामने हमारे रसूल पर अवतिरत होने वाली हमारी आयतों को पढ़ा जाता है, तो वह कहता है : यह तो पहले समुदायों की कहानियाँ हैं, अल्लाह की ओर से नहीं हैं।
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كَلَّا بَلْ ٚ— رَانَ عَلٰی قُلُوْبِهِمْ مَّا كَانُوْا یَكْسِبُوْنَ ۟
मामला वैसा नहीं है, जैसा इन झुठलाने वालों ने समझ रखा है। बल्कि वे जो कुछ पाप किया करते थे, वह उनकी बुद्धियों पर छा गया है और उन्हें ढाँप दिया है। इसलिए वे सत्य को अपने दिलों से नहीं देख सकते।
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كَلَّاۤ اِنَّهُمْ عَنْ رَّبِّهِمْ یَوْمَىِٕذٍ لَّمَحْجُوْبُوْنَ ۟ؕ
वे सचमुच क़ियामत के दिन अपने पालनहार को देखने से वंचित कर दिए जाएँँगे।
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ثُمَّ اِنَّهُمْ لَصَالُوا الْجَحِیْمِ ۟ؕ
फिर वे अवश्य जहन्नम में दाख़िल होकर उसकी गर्मी को झेलेंगे।
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ثُمَّ یُقَالُ هٰذَا الَّذِیْ كُنْتُمْ بِهٖ تُكَذِّبُوْنَ ۟ؕ
फिर उनसे क़ियामत के दिन उन्हें फटकार लगाते हुए कहा जाएगा : यह यातना जो तुम्हें झेलनी पड़ी है, यह वही है, जिसे तुम दुनिया में झुठलाया करते थे, जब तुम्हारे रसूल तुम्हें इसके बारे में बताते थे।
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كَلَّاۤ اِنَّ كِتٰبَ الْاَبْرَارِ لَفِیْ عِلِّیِّیْنَ ۟ؕ
मामला वैसा नहीं है, जैसा तुमने समझ रखा है कि न हिसाब होगा, न बदला दिया जाएगा। निःसंदेह नेक लोगों का कर्म-पत्र निश्चय 'इल्लिय्यीन' में है।
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وَمَاۤ اَدْرٰىكَ مَا عِلِّیُّوْنَ ۟ؕ
और (ऐ रसूल) आपको क्या मालूम कि 'इल्लिय्यीन' क्या है?!
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كِتٰبٌ مَّرْقُوْمٌ ۟ۙ
उनका कर्म-पत्र लिखा हुआ है, जो मिट नहीं सकता, और न उसमें कुछ बढ़ाया जा सकता है और न ही घटाया जा सकता है।
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یَّشْهَدُهُ الْمُقَرَّبُوْنَ ۟ؕ
इस कर्म-पत्र के पास हर आसमान के निकटवर्ती फ़रिश्ते उपस्थित रहते हैं।
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اِنَّ الْاَبْرَارَ لَفِیْ نَعِیْمٍ ۟ۙ
निःसंदेह बहुत अधिक नेकी करने वाले लोग क़ियामत के दिन स्थायी आनंद में होंगे।
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عَلَی الْاَرَآىِٕكِ یَنْظُرُوْنَ ۟ۙ
वे अलंकृत बिस्तरों पर बैठे अपने पालनहार को तथा हर उस चीज़ को देख रहे होंगे, जो उनके दिलों को प्रसन्न और हर्षित कर देगी।
ߊߙߊߓߎߞߊ߲ߡߊ ߞߘߐߦߌߘߊ ߟߎ߬:
تَعْرِفُ فِیْ وُجُوْهِهِمْ نَضْرَةَ النَّعِیْمِ ۟ۚ
आप जब उन्हें देखेंगे, तो आपको उनके चेहरों पर सुंदरता और मनोहरता के रूप में उनके नेमतों से आनंदित होने का निशान दिखाई देगा।
ߊߙߊߓߎߞߊ߲ߡߊ ߞߘߐߦߌߘߊ ߟߎ߬:
یُسْقَوْنَ مِنْ رَّحِیْقٍ مَّخْتُوْمٍ ۟ۙ
उनके सेवक उन्हें ऐसी शुद्ध शराब पिलाएँगे, जिसके बर्तन पर मुहर लगी होगी।
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خِتٰمُهٗ مِسْكٌ ؕ— وَفِیْ ذٰلِكَ فَلْیَتَنَافَسِ الْمُتَنٰفِسُوْنَ ۟ؕ
उससे उसके अंत तक कस्तूरी की खुशबू आ रही होगी। अतः प्रतिस्पर्धा करने वालों को, अल्लाह को प्रसन्न करने वाले कार्य करके और उसे क्रोधित करने वाले कार्य छोड़कर, इस उदार बदले (को प्राप्त करने) में प्रतिस्पर्धा करना चाहिए।
ߊߙߊߓߎߞߊ߲ߡߊ ߞߘߐߦߌߘߊ ߟߎ߬:
وَمِزَاجُهٗ مِنْ تَسْنِیْمٍ ۟ۙ
और इस मुहरबंद शराब में तसनीम नामी चश्मे का पानी मिलाया जाएगा।
ߊߙߊߓߎߞߊ߲ߡߊ ߞߘߐߦߌߘߊ ߟߎ߬:
عَیْنًا یَّشْرَبُ بِهَا الْمُقَرَّبُوْنَ ۟ؕ
यह जन्नत के शीर्ष पर एक चश्मा है, जिससे अल्लाह के निकटवर्ती बंदे शुद्ध पानी पिएँगे। जबकि अन्य सभी ईमान वाले उसका पानी दूसरे पेय के साथ मिश्रित करके पिएँगे।
ߊߙߊߓߎߞߊ߲ߡߊ ߞߘߐߦߌߘߊ ߟߎ߬:
اِنَّ الَّذِیْنَ اَجْرَمُوْا كَانُوْا مِنَ الَّذِیْنَ اٰمَنُوْا یَضْحَكُوْنَ ۟ؗۖ
निश्चय जिन लोगों ने कुफ़्र की राह पर क़ायम रहकर जुर्म किया, वे ईमान वालों पर उनका मज़ाक़ उड़ाते हुए हँसते थे।
ߊߙߊߓߎߞߊ߲ߡߊ ߞߘߐߦߌߘߊ ߟߎ߬:
وَاِذَا مَرُّوْا بِهِمْ یَتَغَامَزُوْنَ ۟ؗۖ
और जब वे ईमान वालों के पास से गुज़रते, तो एक-दूसरे को मज़ाक़ और उपहास के तौर पर आँखों से इशारे करते थे।
ߊߙߊߓߎߞߊ߲ߡߊ ߞߘߐߦߌߘߊ ߟߎ߬:
وَاِذَا انْقَلَبُوْۤا اِلٰۤی اَهْلِهِمُ انْقَلَبُوْا فَكِهِیْنَ ۟ؗۖ
और जब वे अपने परिवारों में लौटते, तो वे अपने कुफ़्र और मोमिनों के परिहास का आनंद लेते हुए लौटते थे।
ߊߙߊߓߎߞߊ߲ߡߊ ߞߘߐߦߌߘߊ ߟߎ߬:
وَاِذَا رَاَوْهُمْ قَالُوْۤا اِنَّ هٰۤؤُلَآءِ لَضَآلُّوْنَ ۟ۙ
और जब वे मुसलमानों को देखते, तो कहते थे : निश्चय ये लोग सत्य के मार्ग से भटके हुए हैं, क्योंकि उन्होंने अपने माता-पिता के धर्म को छोड़ दिया है।
ߊߙߊߓߎߞߊ߲ߡߊ ߞߘߐߦߌߘߊ ߟߎ߬:
وَمَاۤ اُرْسِلُوْا عَلَیْهِمْ حٰفِظِیْنَ ۟ؕ
जबकि अल्लाह ने उन्हें इन (ईमान वालों) के कामों को संरक्षित करने की ज़िम्मेवारी नहीं सौंपी थी कि वे इस तरह की बात कहते।
ߊߙߊߓߎߞߊ߲ߡߊ ߞߘߐߦߌߘߊ ߟߎ߬:
ߟߝߊߙߌ ߟߎ߫ ߢߊ߬ߕߣߐ ߘߏ߫ ߞߐߜߍ ߣߌ߲߬ ߞߊ߲߬:
• خطر الذنوب على القلوب.
• दिलों पर पापों का ख़तरा।

• حرمان الكفار من رؤية ربهم يوم القيامة.
• क़ियामत के दिन काफ़िरों को अपने पालनहार को देखने से वंचित करना।

• السخرية من أهل الدين صفة من صفات الكفار.
• दीनदार लोगों का मज़ाक़ उड़ाना, काफ़िरों की विशेषताओं में से है।

فَالْیَوْمَ الَّذِیْنَ اٰمَنُوْا مِنَ الْكُفَّارِ یَضْحَكُوْنَ ۟ۙ
तो क़ियामत के दिन, अल्लाह पर ईमान रखने वाले काफ़िरों पर हँसेंगे, जैसे कि काफिर दुनिया में उन पर हँसा करते थे।
ߊߙߊߓߎߞߊ߲ߡߊ ߞߘߐߦߌߘߊ ߟߎ߬:
عَلَی الْاَرَآىِٕكِ ۙ— یَنْظُرُوْنَ ۟ؕ
वे सजाए गए बिस्तरों पर बैठे उस स्थायी आनंद को देख रहे होंगे, जो अल्लाह ने उनके लिए तैयार किया है।
ߊߙߊߓߎߞߊ߲ߡߊ ߞߘߐߦߌߘߊ ߟߎ߬:
هَلْ ثُوِّبَ الْكُفَّارُ مَا كَانُوْا یَفْعَلُوْنَ ۟۠
निश्चय काफ़िरों को उनके उन कर्मों का, जो उन्होंने दुनिया में किया था, अपमानजनक यातना के रूप में बदला दिया गया।
ߊߙߊߓߎߞߊ߲ߡߊ ߞߘߐߦߌߘߊ ߟߎ߬:
ߟߝߊߙߌ ߟߎ߫ ߢߊ߬ߕߣߐ ߘߏ߫ ߞߐߜߍ ߣߌ߲߬ ߞߊ߲߬:
• خضوع السماء والأرض لربهما.
• आकाश और धरती अपने रब के अधीन हैं।

• كل إنسان ساعٍ إما لخير وإما لشرّ.
• हर इनसान अच्छाई या बुराई में प्रयासरत है।

• علامة السعادة يوم القيامة أخذ الكتاب باليمين، وعلامة الشقاء أخذه بالشمال.
• क़ियामत के दिन सौभाग्य की निशानी आमाल नामा को दाहिने हाथ से लेना और दुर्भाग्य की निशानी आमाला नामा को बाएँ हाथ से लेना है।

 
ߞߘߐ ߟߎ߬ ߘߟߊߡߌ߬ߘߊ߬ߟߌ ߝߐߘߊ ߘߏ߫: ߕߊ߲ߓߏ߲߫ ߕߏߟߊ ߟߎ߬
ߝߐߘߊ ߟߎ߫ ߦߌ߬ߘߊ߬ߥߟߊ ߞߐߜߍ ߝߙߍߕߍ
 
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ߡߍ߲ ߝߘߊߣߍ߲߫ ߞߎ߬ߙߊ߬ߣߊ ߞߘߐߦߌߘߊ ߕߌߙߌ߲ߠߌ߲ ߝߊ߲ߓߊ ߟߊ߫

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